________________ द्वितीयो देवविभागः पौर:२७ प्रियमधु२८ गुप्त-चरो२६ ऽच्युताग्रज3 deg स्तथा। रेवतीश' स्तथा रौहि-णेयः३२ शेषाहिनामभृत्३३ // 307 // इत्येवं बलदेवस्य, नामानि कथितानि वै / सौनन्द' मुसलं त्वस्य, ज्ञेयं संवर्तक' हलम् // 308 // . * लक्ष्मीनामानि * लक्ष्मी' मा सा रमा पद्मा', पद्मवासा हरिप्रिया / इन्दिरा कमला ता१० श्रीः', ई१२ आ3 क्षीराब्धिमानुषी 4 // 30 // भर्मरी'५ विष्णुशक्ति:१६ स्यात्, क्षीरोदतनया तथा / * कामदेवनामानि * अथ कामः कलाकेलिः२, कमन श्च शमान्तकः // 310 / / शिखिमृत्यु मनोदाही, मथनो मन्मथः स्मरः / मदनो' यौवनोभेद:११ प्रद्युम्नः पुष्पकेतन:१३ // 311 // अनन्यजो१४ ऽङ्गजो१५ ऽनङ्गः१६, दर्पको विषमायुधः१८ / रागरज्जु' जराभीरु:२०, सर्वधन्वी२१ प्रकर्षकः२२ // 312 // श्रीनन्दन२३ श्च कन्दर्पः२४, मधुदीपो२५ महोत्सव:२६ / कन्तु:२७ पुष्पध्वजो नाम२८ मार श्च२६ मधुसारथिः३० // 313 // स्यान् मनसिशय१ श्चेति, नामानि हृच्छयो 2 ऽपि च / इषु' श्चापं तथा ऽस्त्रं च, कामपुष्पादि कथ्यते // 314 //