________________ 434 सुशीलमामभालायां (r) संवृतनामानि * संवीतं' संवृतं रुद्धं, स्थगित -मपवारितम् / / प्रावृतं पिहितं. छन्न-मपिहित ञ्च छादितम् // 2683 / / अन्तहितं 1 तिरोहितं', द्वादशैतानि सन्ति वै / * अन्तर्धाननामानि ॐ अन्तर्धा च तिरोधान'-मन्तद्धि श्च पिधान मिति // 2684 // व्यवधा व्यवधान' च, छदन -मपवारणम् / स्थगनं चेति नामानि, ह्यन्तर्धानस्य सन्ति वै // 28 // * प्रकाशितनामानि के प्राविष्कृतं दशित ञ्च, प्रादुष्कृत प्रकाशितम् / प्रकटितं भवेन्नाम, प्रकाशितस्य वस्तुनः // 2686 // ॐ अवलम्बितनामानि * . अवलम्बित'-मुच्चण्ड-मविलम्बित-मित्यपि / एतन्नामानि मन्यन्ते, सालम्बन वस्तुनि // 2687 // * अनाहतनामानि ॐ अवमत'-मवज्ञातं', परिभूत-मनादृतम्। .. प्रवगणितं भवेन्नामावमानित -मित्यपि // 2688 // ..