________________ तृतीयो मर्त्य विभाग: * करम्बनामानि * करम्ब' श्च करम्भ श्चः, दधिसक्तु रपोष्यते / * घात्तिकनामानि * घात्तिको' घृतपूर श्च, पिष्टपूरो घृतवरः // 564 // चमसी' चमस श्चापि, पिष्टवत्ति रपोष्यते वटको' वटकर चाव-सेकिम श्च निगद्यते // 56 // ईण्डेरिका' च वटिकार, लघ्वी सा यदि क्रियते / * रोटिकानाम * शष्कुली' भोजने सौम्या, तथा स्यादर्धलोटिका // 566 // ____* पर्पटानाम * पर्पटा:' मर्मराला श्च, घृताण्डी' तु घृनौषणी / *मोदक नामानि * मोदको' लड डुक श्चाति-स्वादवान सिंहकेसरः' // 56 // भृष्टा यवा स्तु धानाः' स्युः, धानाचूर्णानि' सक्तवः / .. * चिपिटनाम * चिपिट:' पृथुक श्चैव, चिपिटकोऽपि कथ्यते // 8 // भृष्टधान्यानि लाजा:' स्यु रक्षताः२ शालिसारभाक् / उद्ध षो भरुजो ज्ञेयः, खटिका परिवारक:६ // 56 //