________________ 226 / प्राकृतशब्दरूपावलिः // अथाऽऽज्ञप्ति शब्दः // एकवचनम् बहुवचनम् प्रथमा आणत्ती (आणत्तीउ आणत्तीओ आणत्ती इत्यादि ॥अथ श्रीशब्दः // एकवचनम् : बहुवचनम् प्रथमा सिरी सिरीउ सिरीओ सिरी इत्यादि ॥अथ ही शब्दः॥ एकवचनम् बहुवचनम् प्रथमा हिरी हिरीउ हिरीओ हिरी इत्यादि / / र्ह-श्री-ही-कृत्स्न-क्रिया-दिष्ट्यास्वित् / / 8 / 2 / 104 // इत्यनेनैषु संयुक्तस्यान्त्यव्यञ्जनात्पूर्व इकारः / ॥अथ धृतिशब्दः॥ एकवचनम् . बहुवचनम् प्रथमा दिही धिई दिहीउ दिहीओ दिही धिईउ धिईओ धिई इत्यादि // धृतेर्दिहिः / / 8 / 2 / 131 // इत्यनेन धृतेर्दिहिरादेशः / ॥अथ पंक्तिशब्दः॥ एकवचनम् बहुवचनम् प्रथमा पंती पंतीउ पंतीओ पंती इत्यादि बुद्धिवत् / एवं गतिरतिप्रभृतयः /