________________ 193 प्राकृतशब्दरूपावलिः . इत्यादि / आर्षे मोणं, इत्यपि दृश्यते / ॥अथ सौधशब्दः // एकवचनम् बहुवचनम् प्रथमा सउहं सउहाइँ सउहाई / सउहाणि इत्यादि ॥अथ कौशलशब्दः॥ एकवचनम् बहुवचनम् प्रथमा कउसलं कउसलाइँ कउसलाई / कउसलाणि इत्यादि ॥अथ पौरुषशब्दः // . एकवचनम् बहुवचनम् प्रथमा पउरिसं प उरिसाइँ पउरिसाइं . . ।पउरिसाणि . इत्यादि // अउ: पौरादौ च // 8 // 1 / / 162 / / इत्यनेन औत अउरादेशो भवति / पुरुषे रोः / / 8 / 1 / 111 / / इत्यनेन पुरुषशब्दे रोरुत इर्भवति / ॥अथ गौरवशब्दः॥ एकवचनम् . . बहुवचनम् प्रथमा गारवं गउरवं गारवाइँ गारवाई गारवाणि गउरवाइँ / गउरवाई गउरवाणि