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________________ नही किया जा सकता। धारणा पारणा स्वामिवात्सल्य नवकारशी खाता का पौषध वाले के एकासणे-प्रभावना आदि खाता का और दूसरे भी तप जप तीर्थ यात्रा वगेरे धार्मिक कार्य करने वाले साधर्मिक की भक्ति का द्रव्य होता है यह द्रव्य भी द्रव्य के दाता की भावनानुसार उस उस खाते में उपयुक्त करना चाहिए। बचत होवे तो उस द्रव्य का सात क्षेत्र में जहां जहां जरूरत पड़े वहां व्यय कर सकते हैं परन्तु सार्वजनिक कार्य में उसका व्यय नहीं कर सकते क्योंकि वह द्रव्य धार्मिक द्रव्य है। आयंबिल खाता - यह खाता आयंबिल करने वाले तपस्वीओं की भक्ति का है! इसलिए इस खाते का द्रव्य आयंबिल तप करने वाले तपस्वीओं की भक्ति में ही खर्च कर सकते हैं यह खाता भी धार्मिक है अतः दूसरे कार्यों में नहीं खर्च सकते आयंबिल भवन का उपयोग धार्मिक प्रवृत्ति के अलावा दूसरे कोई भी कार्य में नही हो सके। अनुकम्पा द्रव्य कोई भी दिन दुःखी मनुष्य को दुःख मुक्त करने के द्रव्य को अनुकम्पा द्रव्य कहा जाता है। इस द्रव्य को कोई भी दिन' दुःखी मनुष्य को प्रत्येक प्रकार की सहाय में दे सकते हैं। यह द्रव्य भी धार्मिक द्रव्य है अतः उसका उपयोग
SR No.004477
Book TitleDevdravyadi Vyavastha Vichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVichakshansuri
PublisherParshwanath Jain Shwetambar Mandir Trust
Publication Year
Total Pages72
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Devdravya
File Size5 MB
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