________________ ( 52 ) षण्मुखः पाताल किन्नरो, गरुडोगन्धर्वस्तथा च यक्षेन्द्रः // सकुबेरोवरुणो भ्रकुटि-गोमेधःपार्थोमातङ्गः // 226 // देवीओचकेसरि 1, अजिया 2 दुरिआरि 3 कालि 4 महाकाली 5 // अच्चुअ 6 संता 7 जाला 8, सुतारया 9 सोग 10 सिरिवच्छा 11 // 227 // पवरा 12 विजयं 13 कुस 14 प-बइत्ति 15 निव्वाणि 16 अच्चुया 17 धरणी 18 // वइरु 19 दृदत्त 20 गंधा-रि 21 अंब 22 पउमावई 23 सिद्धा 24 // 228 // देव्यश्चक्रेश्वर्यजिता, दुरितारिः कालीमहाकाली // अच्युता शान्ता ज्वाला, सुतारकाऽशोका श्रीवत्सा // 227 // प्रवरा विजयाऽङ्कुशा, प्रज्ञप्ति निर्वाण्यच्युता धरणी // वैरोट्या दत्तागान्धा-र्यम्बा पद्मावती सिद्धा // 228 / / चुलसीई 1 पण नवई 2, विहियसयं 3 सोलहियसयं च 4 सयं 5 // सगहियसउ 6 पण नवई 7, तिणवइ 8 ठासी 9 गसि 10 छसयरी 11 // 229 // __ छावट्ठी 12 सगवन्ना 13, पन्न 14 तिचत्ता 15 छतीस 16 पण तीसा 17 // तित्तीस 18 ट्ठावीसा, 19 ठार 20 / सतरि 21 गार 22 दस 23 नवय 24 // 230 // गण गणहरसंख इमा, वीरस्स इगारगणहरा नवरं // चउदससया दुवन्ना, सईके मणहरा हुंति / / 231 //