________________ सुपइट्ठो संखो वा, जसमइभजा 7 वराइयविमाणे 8 / नेमिजिणो राइमई 9, नवमभवे दो वि सिद्धा य // 28 // सुप्रतिष्ठः शंखो वा, यशोमतीभार्याऽपराजितविमाने / नेमिजिनो राजीमती, नवमभवे द्वावपि सिद्धौ च // 28 // कमठमरुभूइभाया 2 कुक्कुडअहिहत्थि 2 नरयसहसारे 3 / सप्प खयरिंद 4 नारय, अच्चुअसुर 5 सबरुनरनाहो // 29 // कमठमरुभूतिबन्धू, कुर्कुटाऽहिर्हस्ती नरकसहस्रारे / / सर्पखेचरेन्द्रौनारकाऽ-च्युतसुरौ शबरनरनाथौ // 29 // . नारयगेविजसुरो 7, सीहो निवई 8 अ नरयपाणयगे 9 / भव कट्ठविप्पो पासो 10, संजाया दो वि देसमभवे // 30 // नारकौवेयकसुरौ, सिंहो नृपतिश्च नरकप्राणतके / - भवं (भ्रान्त्वा) कठविप्रपाचौं, संजातौ द्वावपि दशमभवे॥३०॥ नयसारो 1 सोहम्मे 2, मरीइ ३बंभे य 4 कोसिअ५ सुहम्मे 6 / भमिऊण पूसमित्तो 7, सुहम्म 8 गिजोअ 9 ईसाणे // 31 // अगिभूइ 11 तइयकप्पे 12, भारदाओ 13 महिंद 14 संसारे / थावर 15 बंभे 16 भव वि-स्सभूइ 17 सुक्के 18 तिविट्ठहरी 19 // 32 // .. अपइट्ठाणे 20 सीहो 22, नरए 22 भमिण चक्किपियमित्तो 23 / सुक्के 24 नंदणनरवइ 25, पाणयकप्पे 26 महावीरो // 27 // 33 ....