________________ (2) यद्यपि हि गणनातीतानि, जिनानां स्थानानि भवन्ति तथापीह / उत्कृष्टसमयसंभव-जिनसंख्ययेमानि स्थापितानि // 3 // भव 1 दीव 2 खित्त 3 तदिसि 4, विजय 5 पुरी 6 नाम 7 रज 8 गुरु 9 सुत्तं 10 / जिणहेउ 11 सग्ग 12 आउं 13, तेरसठाणाइँ पुव्वभवे // 4 // भवद्वीपेक्षेत्रेतद्दिक्-विजयपुरीनामराज्यगुरुश्रुतम् / / जिनहेतुस्वर्गायु-स्त्रयोदशस्थानानि पूर्वभवे // 4 // चुइमासाई 14 उडु 15 रा-सि 16 वेल 17 सुविणा 18 वियारगा 19 तेसिं / गब्भठिइ 20 जम्ममासा-इ 21 वेल 22 उडु 23 रासि 24 जम्मरया 25 // 5 // च्युतिमासाद्युडुराशि-वेलास्वप्नानि विचारकास्तेषाम् / गर्भस्थितिजन्ममासा-दिवेलोडुराशिजन्मारकाः // 5 // तस्सेस 26 देस 27 नयरी, 28 जणणी 29 जणया य 30 ताण दुण्ह गई 31 / 32 / दिसिकुमरी 33 तकिच्चं 34, हरिसंखा 35 तेसि किच्चाई 36 // 6 // तच्छेष देश नगरी, जननीजनकाश्च तेषां द्वयानां गतिः। दिक्कुमार्यस्तत्कृत्यं, हरिसंख्या तेषां कृत्यानि // 6 // गुत्तं 37 वंसो 38 नामा 39, सामनविसेसओ दु नामस्था 40 / 41 लंछण 42 फण 43 तणुलक्खण 44, गिहिनाणं 45 वन्न 46 रूव 47 बलं 48 // 7 //