________________ दोवाससहस्सठिई, देवाणं होइ विसयपरिभोगो / पणसय पणसय हाणी, जोइसिय-भवण-वणयराणं // 899 // रिसहेस समं पत्तं, निरवज्जं इक्खुरसदाणं / .. सेअंससमो भावो, हविज्जो जइ मग्गिअं हुज्जा // 900 // जिणकप्पिया य साहू, उक्कोसेणं तु एगवसहीए / सत्तय हवंति कहमवि, अहिया कइया वि नो हुंति // 901 // आयरिअ उवज्झाए तवस्सि सेहे गिलाणसाहूमुं। समणोन्न संघ कुल गण, वेयावच्चं हवइ दसहा // 902 // उवसमसेणिचउकं, जायइ जीवस्स आभवं नूणं / ता पुण दो एगभवे, खवगसेणी भवे एगा // 903 // कम्ममसंखिज्जभवं, खवेइ अणुसमयमेव आउत्तो / अन्नयरंमि विजोए, सज्झायंमि विसेसेणं // 904 // चउहा अणंतजीवा, उवरि उवरि अणंतगुणिआओ / अभवि सिद्धा भविआ, जाइभव्या चउत्थाओ // 905 // जमालि तीसगुत्तो. आसाढो आसमित्त गंगोत्र / रहगुमित्त गुत्त माहिल, अठेव य निन्हवा भणिआ // 906 // आउट्टिथूलहिंसाइ-मज्जमंसाइचायओ। .. जहण्णो सावओ वुत्तो, जो नमुक्कारधारओ // 907 / / धम्मजुग्गगुणाइण्णो, छक्कमो बारसावओ / गिहत्थो अ सयायारो, सावओ होइ मज्झिमो / 908 / / उक्कोसेणं तु सडूढो उ, सच्चिताहारवज्जओ। ' एगासणभोईय, बंभयारी तहेव य // 909 / / .