________________ // 3 आउरपच्चक्खाण पयन्नो // (त्रण आयंबिल कर्या पछी आ सूत्र भणबु ) देसिकदेसदिरओ, सम्मट्ठिी मरिज जो जीवो। तं होइ बालपंडिय-मरणं जिणसासणे भणियं // 1 // / पंच य अणुव्वयाई, सत्त उ सिक्खाउ देसजइधम्मो / सब्वेण व देसेण व, तेण जुओ होइ देसजई // 2 // पाणवह-मुसावाए, अदत्त-परदारनियमणेहिं च / ' अपरिमिइच्छओ वि य, अणुव्वयाई विरमणाई / / 3 / / जं च दिसवेरमणं, अणत्थदंडाओ जं च वेरमणं / देसावगासियंपि य, गुणव्वयाई भवे ताई // 4 // भोगागं परिसंखा, सामाइय अतिहिसंविभागो य / पोसहविही उ सव्वो, चउरो सिक्खाउ वुत्ताओ / / 5 / / आसुक्कारे मरणे, अच्छिन्नाए य जीवियासाए / नाएहि वा अमुक्को, पच्छिमसंलेहणमकिच्चा // 6 // आलोइय निस्सल्लो, सघरे चवारुहित्तु संथारं / जइ मरइ देसविरओ, तं वुत्तं बालपंडिअयं // 7 // जो भत्तपरिन्नाए, उवक्कमो वित्थरेण निदिछो / सो चेव बालपंडिय-मरणे नेओ जहाजुरंग // 8 // वेमाणिसु कप्पो-बगेएमु नियमेण तस्स उववाओ। नियमा सिज्झइ उक्को-सएण सो सत्तमंमि भवे / / 9 / /