________________ // 595 // // 596 // // 597 // / / 598 // // 599 // - // 600 // मणगुत्तिमाइयाओ गुत्तीओ तिन्नि हुंति नायव्वा / अकुसलनिवित्तिरूवा कुसलपवित्तिस्सरूवा य दव्वे खित्ते काले भावे य अभिग्गहा विणिद्दिवा / ते पुण अणेगभेया करणस्स इमं सरूवं तु अइसयचरणसमत्था जंघाविज्जाहिं चारणा मुणगे। जंघाहिं जाइ पढमो निस्सं काउं रविकरे वि एगुप्पाएण गओ रूयगवरम्मि य तओ पडिनियत्तो / बीएणं नंदीसरम्मि एइ तइएण समएणं पढमेण पंडगवणं बीउप्पाएण नंदणं एइ / तइउप्पाएण तओ इह जंघाचारणो एइ पढमेण माणुसोत्तरनगं तु नंदीसरं तु बीएणं / एइ तओ तइएणं कयचेइयवंदणो इहयं पढमेण नंदणवणे बीउप्पाएण पंडगवणम्मि / एइ इहं तइएणं दो विज्जाचारणो. होई परिहारियाण उ तवो जहन्न मज्झो तहेव उक्कोसो। सीउण्हवासकाले भणिओ धीरेहिं पत्तेयं तत्थ जहन्नो गिम्हे चउत्थ छंटुं तु होई मज्झिमओ। अट्ठममिहमुक्कोसो एत्तो सिसिरे पवक्खामि सिसिरे तु जहन्न तवो छट्ठाई दसमचरमगो होइ / वासासु अट्ठमाई बारसपज्जंतगो नेओ पारणगे आयामं पंचसु गहो दोसुऽभिग्गहो भिक्खे / कप्पट्ठिया वि पइदिण करेंति एमेव आयामं एवं छम्मासतवं चरिउं परिहारिया अणुचरंति / अणुचरगे परिहारियपरिट्ठिए जाव छम्मासा 51 // 601 // // 602 // // 603 // // 604 // // 605 // // 606 //