________________ सम्मत्त-नाण-चरणा पत्तेयं अट्ठअट्ठभेइल्ला / बारसभेओ य तवो सूरिगुणा हुँति छत्तीसं // 547 // आयाराई अट्ठ उ तह चेव य दसविहो य ठियकप्पो / बारस तव छावस्सग सूरिगुणा हुँति छत्तीसं // 548 // तित्थयर सिद्ध कुल गण संघ किरिय धम्म णाण णाणीणं / आयरिय थेरु-वज्झाय गणीणं तेरस पयाई // 549 // अणासायणा य भत्ती बहुमाणो तह य वण्णसंजलणा। तित्थयराई तेरस चउग्गुणा हुंति बावण्णा // 550 // वय समणधम्म संजम वेयावच्चं य बंभगुत्तीओ। नाणाइतियं तव कोहनिग्गहा इइ चरणमेयं // 551 // पाणिवह मुसावाए अदत्त मेहुण परिग्गहे चेव।। एयाइं होंति पंच उ महव्वयाइं जईणं तु. - // 552 // खंती य मद्दवऽज्जव मुत्ती तव संजमे य बोद्धव्वे / सच्चं सोयं आकिंचणं च बंभं च जइधम्मो // 553 // पंचासवा विरमणं पंचिंदियनिग्गहो कसायजयो। दंडत्तयस्स विरई सतरसहा संजमो होइ // 554 // पुढवी दग अगणि मारुय वणस्सइ बि ति चउ पणिदि अज्जीवे / पेहु प्पेह पमज्जण परिठवणे मणो वई काए // 555 // आयरिय उवज्झाए तवस्सि सेहे गिलाण साहूसुं। समणोन्न संघ कुल गण वेयावच्चं हवइ दसंहा // 556 / / वसहि.कह निसिज्जिंदिय कुटुंतर पुव्वकीलिय पणीए / अइमायाहार विभूसणाई नव बंभगुत्तीओ // 557 // बारस अंगाईयं नाणं तत्तत्थसद्दहाणं तु / दसणमेयं चरणं विरई देसे य सव्वे य / // 558 //