________________ // 299 // // 300 // // 301 // // 302 // // 303 // // 304 / / इय संपइजिणनाहा एरवए कित्तिया सणामेहि / अहुणा भाविजिणिंदे नियणामेहि पकित्तेमि सिद्धत्थं पुन्नघोसं जमघोसं सायरं सुमंगलयं / / सव्वट्ठसिद्ध निव्वाणसामि वंदामि धम्मधयं तह सिद्धसेण महसेण नाह रविमित्त सव्वसेणजिणे। सिरिचंदं दढकेउं महिंदयं दीहपासं च सुव्वय सुपासनाहं सुकोसलं जिणवरं अणंतत्थं / विमलं उत्तर महरिद्धि देवयाणंदर्य वंदे निच्छिण्णभवसमुद्दे वीसाहियसयजिणे सुहसमिद्धे / सिरिचंदमुणिवइनए सासयसुहदायए नमह सिरिउसभसेण पहु सीहसेण चारु वज्जनाहक्खा / चमरो पज्जोय वियब्भ दिण्णपहवो वराहो य पहुनंद कोत्थुहा वि य सुभोम मंदर जसा अरिहो य / चक्काउह संबा कुंभ भिसय मल्ली य सुंभो य वरदत्त अज्जदिन्ना तहिंदभूई गणहरा पढमा / सिस्सा रिसहाइणं, हरंतु पावाइं पणयाणं . बंभी फग्गू सामा अजिया तह कासवी रई सोमा / सुमणा वारुणि सुजसा धारिणि धरिणी धरा पउमा अज्जा सिवा सुहा दामणी य रक्खी य बंधुमइनामा / पुप्फवई अनिला जक्खदिन्न तह पुप्फचूला य चंदण सहिया उ पवत्तिणीओ चउवीसजिणवरिंदाणं / दुरियाई हरंतु सया सत्ताणं भत्तिजुत्ताणं अरिहंत सिद्ध पवयण गुरु थेर बहुस्सुए तवस्सी य / वच्छल्लया य एसिं अभिक्खनाणोवओगो य // 305 // // 306 // // 307 // // 308 // // 309 // // 310 // 27