________________ // 877 // सव्वं पाणइवायं 1 अलिय 2 मदत्तं च 3 मेहुणं सव्वं 4 / सव्वं परिग्गहं तह 5 राईभत्तं च 6 वोसिरामि // 874 // कोहं७ माणं८ मायं९ लोहं च तहा(य) राग११ दोसो य 12 / कलहं१३ अब्भक्खाणं१४ पेसुनं१५ परपरीवायं१६ // 8755 // मायामोसं१७ मिच्छादसणसल्लं च१८ तहेव वोसिरिमो। अंतेऊ(हु)सासेहि देहं पि जिणाण पच्चक्खं // 876 // जं अन्नाणी कम्म खवेइ बहुयाहिं वासकोडीहिं / तं नाणी तिहिं गुत्तो खवेइ ऊसासमित्तेणं वित्तिपयाणेण जणा सहाय मग्गंति सस्सलवणत्थं / तुज्झ मुहा रोगाई जाओ कम्मक्खयसलओ // 878 // न पिया न चेव माया न सुया न य भायरो न सुही बंधू / न य धणनिचया सरणं संसारे दुक्खपउरम्मि // 879 // इक्कु च्चिय इह सरणं जम्मजरामरणदुक्खतवियाणं / . सत्ताण सुहनिहाणं पंचपरमिट्ठि नवकारं // 880 // पंचनमुक्कारसमा अंते वच्चंति जस्स दस पाणा।। सो जइ न जाइ मुक्खं अवस्स वेमाणिओ होइ // 881 // जम्हा छउमत्थाणं आणं मुत्तुं न मुक्खमग्गम्मि। विज्जइ किंचि पमाणं तम्हा उ जईज्ज मेराए // 882 // ओहे सुओवउत्तो सुयनाणी जइ वि गिण्हइ असुद्धं / तं केवली उ भुंजइ अपमाणं सुयं भवे इहरा // 883 // जइ जिणमयं पव्वज्जह ता मा ववहारनिच्छयं मुअह / ववहारनउच्छेएः तित्थुच्छेओ जओऽवस्सं ववहारो वि हु बलवं जं छउमत्थं पि वंदए अरिहा / आहाकम्मं भुंजइ सुयववहारं पमाणतो // 885 // // 880 // // 884 // 301