________________ मम सिद्धि गयस्स पुणो पालयराया अवंतिनयरीए। होही तं रयणीए सट्ठीवासाण पुहइवई . // 492 // तस्स य पुट्ठीऍ नंदो पणपन्नसा च होहि वासाणं / मरुयाणं अट्ठसयं तीस च्चिय पूसमित्तस्स // 493 // बलमित्तभाणुमित्ता सट्ठी होर्हिति वास रायाणो / नरवाहणो य राया होही चत्ता उ वासाणं // 494 // तह गद्दभिल्लरज्जं बावन्नसयं च पंचमासहियं / एयाणं अवसाणे होही य पुणो सगो राया // 495 // छव्वाससएहि सम्मं पंचहि वासेहिं पंचमासेहिं / सिद्धिगयस्स उ राया सगुत्तिनामेण विक्खाओ // 496 // तेरसवरिससएहि तेवीसइवासवुड्डिमेहिं च। पाडलिपुत्ते नयरे कक्की होहिं त्ति सगरना / // 497 // एगूणवीस वासाण सयगया अट्ठवीस वासाइ / वोलीणा पंचमासा मं सिद्धिगयस्स गनाह ! // 498 // होही चंडालकुले कक्की रुद्द त्ति चित्तमासम्मि / अट्ठमिविट्ठीजाओ चउम्मुहो बीयनाम से // 499 // तम्मि दिणे महुराए महुमहभवणं पडिस्सए तुंगं / कूरस्स तस्स उदए देवयसाहू निवारिहिही // 500 // सुरज्जे (सोरट्ठ) दुभिक्खं चम्मं नाणं पवित्तिही लोए / ... करभरपीडिय पुहवी धम्मक्खरनामयं होही .. // 501 // कलहंकरा डमरकरा असमाहिकरा अनिव्वुइकरा य / होहिंति भरहवासे बहुमुंडे अप्पसमणे य // 502 // दूसमहुंडवसप्पिणि भासग्गहपीडियं इमं खित्तं / , परिवर्ल्डति कसाया मुंडे मुंडे मई भिन्ना . // 503 // 20.