________________ एएसिं दीवाणं परओ चत्तारि जोयणसयाणि / ओगाहिऊण लवणं सपडिदिसिं चउसयपमाणा // 1422 // चत्तारंतरदीवा हयगयगोकन्नसंकुलीकन्ना। एवं पंचसयाई छससय सत्तट्ट नव चेव // 1423 / / ओगाहिऊण लवणं विक्खंभोगाहसरिसया भणिया। चउरो चउरो दीवा इमेहिं नामेहिं नायव्वा // 1424 // आयंसमिंढगमुहा अयोमुहा गोमुहा य चउरो ए। अस्समुहा हत्थिमुहा सीहमुहा चेव वग्घमुहा. // 1425 // तत्तोय आसकन्ना हरिकन्न अकन्न कनपावरणा। उक्कमुहा मेहमुहा विज्जुमुहा विज्जुदंता य // 1426 // घणदंत लट्ठदंता य गूढदंता य सुद्धदंता य। वासहरे सिहरिमि य एवं चियं अट्ठवीसा वि .. // 1427 // तिन्नेव हुंति आई एगुत्तरवड्डिया नवसयाओ। ओगाहिऊण लवणं तावइयं चेव विच्छिन्ना // 1428 // संति इमेसु नरा वज्जरिसहनारायसंहणणजुत्ता / समचउरंसगसंठाणसंठिया देवसमरूवा / / 1429 // अट्ठधणुस्सयदेहा किंचूणाओ नराण इत्थीओ। पलियअसंखिज्जइभागआऊया लक्खणो वेया // 1430 // दसविहकप्पदुमपत्तवंछिया तह न तेसु दीवेसु / ससि-सूर-गहण-मक्कूण-जूया-मसगाइया हुंति // 1431 // नर नेरईया देवा सिद्धा तिरिया कमेण इह हुँति / .. थोव असंख असंखा अणंतगुणिया अनंतगुणा // 1432 // नारी नर नेरइया तिरिच्छि सुर दे वि सिद्ध तिरिया य। थोव असंखगुणा चउ संखगुणाऽणंतगुण दोन्नि // 1433 // 120