________________ जं पुण पायं तित्था खमणो न बिहेइ तत्थ तित्थेण / परिचत्तो पढमदिणम्मि सव्वहा सव्वसंबंधा। // 36 // सेसा अकिंचिगणिआ पढमं तित्थेण कालबलजोगा / पच्छा पसइमुवगया जह वणलेसो वि सुप्पसरो // 37 // ते पुण जम्हा निअमा ससंकिआ तं पि संपयं भरहे / तवगणतित्थं णेअं कणगं व परिक्खपच्चक्खं // 38 // एवं तित्थविआरे कसवट्टि परिक्खिअम्मि तित्थम्मि / ससमइविगप्पिअमए गएण दुरासया दस वि // 39 // तेणं पइसमयं मुणिघायमहापावरुद्दपरिणामा / णंतभवभोगकम्मा तित्थमतित्थं ति महमोहा // 40 // णणु तुम्हाण वि दोसो कुपक्खपक्खम्मि दीसई पयडो। तो भे रुद्दज्झाणं हाणि अण्णेसमाणाणं . // 41 // नेवं वोत्तुं जुत्तं जं सो तित्थस्स परमरोगु त्ति / तस्स वि हाणिविगप्पो जयऽधम्मो केरिसो धम्मो ? // 42 // कि धिज्जाइज्झाणं सरिसं हरिएसिजक्खझाणेण / असुईलित्तो पाओ चंदणलित्तेण किं सरिसो ? // 43 // एवं तित्थसरूवं परूविअं तं पसंगओ पढमं / जं जउ भणिउं सक्का कुवक्खिआ बाहिरा समुहं // 44 // इहमह कुपक्खपक्खं अब्भासवसेण मुणिअ परिचयती / / तह तित्थासयणं पि अ कुज्जा विष्णु त्ति बुद्धीए // 45 // जुत्तिपयारं किंची दंसेमो जेण दीवरूवेण / तित्थातित्थसरूवं फुडं सिआ थूलमइणो वि // 46 // तेणं कत्थ वि अंसे पुणो वि भणणं पि दीसए इहयं / . न य पुणरुत्तदोसो चिंतेअव्वो जमब्भासो // 47 // 361