________________ एवं हीणचउद्दसी, तेरसिजुत्ता न दोसमावहइ // सरणं गओ वि राया, लोआणं होइ जह पुज्जो // 12 // अहवा जत्थ वि राया, चिट्ठइ अमच्चाइसंजुओ ससुहं // तत्थेव रायपरिसा, ठिय त्ति वुच्चइ न अन्नत्थ // 13 // नेवं कयाइ भूयं, भवइ भविस्सं च पुण्णिमादिवसे // . पक्खिअकिच्चं आणा - जुत्ताणं मोहमुत्ताणं . // 14 // जेणं चउद्दसीए, तवचेइअसाहुवंदणाऽकरणे // पच्छित्तं जिणकहिअं, महानिसीहाइगन्थेसु . // 15 // न हु तह पन्नरसीए, पक्खिअकज्जं जिणेण उवइटुं // . किं तु पुणो बीअंगे, चउमासि तिपुण्णिमा गहिआ // 16 // संपुण्ण त्ति अ काउं, वुड्डीए धिप्पई न पुव्वतिही // जं जा जम्मि हु दिवसे, समप्पई सा पमाणं ति // 17 // लोए वि अ जं कज्जं, गन्थप्पमुहं पि दीसए सव्वं // तं चेव जम्मि दिवसे, पुण्णं खलु होइ स पमाणं // 18 // तं पुण असच्चवयणं, जं भण्णइ अज्ज पुण्णतिहिदिवसो // जे (जं) णं पुरो वि दुगतिग - घडिया वटुंति तीसे य // 19 // चउमासपक्खिअं पुण, कयाइ जइ पडइ तत्थ पुव्वुव्व // सुत्तुत्तं ति अ काउं, न पुण्णमासी वि घेत्तव्वा // 20 // जं णं आणायरणा - भंगो अणवत्थमाइणो दोसा // जेसिं जुगप्पहाणा, सिरिकालिगसूरिणोऽभिमया // 21 // मासस्स वि वुड्डीए, पढमो मासो पमाण नो भणिओ H लोउत्तरम्मि लोइय - पहम्मि न पहू नपुंस त्ति // 22 // लोए पमाणचिंता - करणे दीवुच्छवम्मि भूदोहे // चिंतिज्जइ नो अहिओ, अक्खयतइयाइपव्वेसु / // 23 // 344