________________ संसारम्मि अणंते परिभममाणेण विविहजाईसु / ' आउत्तमुवगएणं जे दूमिया ते वि खामेमि... // 16 // संसारम्मि अणंते परिभममाणेण विविहजाईसु / . . . तेउत्तमुवगएणं जे दूमिया ते वि खामेमि ... // 17 // संसारम्मि अणंते परिभममाणेण विविहजाईसु / वाउत्तमुवगएणं जे दूमिया ते वि खामेमि संसारम्मि अणंते परिभममाणेण विविहजाईसु / वणस्सइत्तमुवगएणं जे दूमिया ने वि खामेमि संसारम्मि अणंते परिभममाणेण विविहजाईसु / विगलत्तमुवगएणं जे दूमिया ते वि खामेमि संसारम्मि अणंते परिभममाणेण विविहजाईसु / नरयत्तमुवगएणं जे दूमिया ते वि खामेमि . // 21 // संसारम्मि अणंते परिभममाणेण विविहजाईसु / तिरियत्तमुवगएणं जे दूमिया ते वि खामेमि // 22 // संसारम्मि अणंते परिभममाणेण विविहजाईसु / मणुयत्तमुवगएणं जे दूमिया ते वि खामेमि संसारम्मि अणंते परिभममाणेण विविहजाईसु / देवत्तमुवगएणं जे दूमिया ते वि खामेमि - // 24 // इय एग दो य तिण्णि य चउरो पंचिंदियत्तजुत्तेणं / नाणाविहनारय-तिरिय-मणुय-देवत्तपत्तेणं // 25 // मणसा वयसा काएण दूमिया जे मएऽत्थ संसारे / खामेमि अहं सव्वे, मज्झ वि य खमंतु ते सव्वे // 26 // वोलीणाणागय-वट्टमाणकालेसु तिसु वि सत्ताणं / जं मण-वइ-काएहिं खामे हं तमिह दुच्चरियं // 27 // 35