________________ अहवा दुवस्सजायाय गयकुमारीय पुंछवालेहिं / बिहिं बिहिं गुणेहि तेहिं तु कातव्वं णालियाछिड़े // 19 // अधवा सुवण्णमासेहि चतुहि चतुरंगुला कया सूयी। णालियतलम्मि तीय तु कातव्वं णालियाछिड़े // 20 // एवं छिड्डुपमाणं, धरिमं मेज्जं च मे णिसामेहि / / एत्तो उदगपमाणं वोच्छं, उदगं च जं भणियं . : // 21 // चत्तारि मधुरगतणप्फलाणि सो सेडसासवो एक्को / सोलस य सासवा पुण हवंति मासप्फलं एकं . // 22 // बे च्चेव धण्णमासप्फलाणि गुंजाफलं भवति एकं / गुंजाफलाणि य दुवे रुप्पियमासो हवति एक्को // 23 // सोलस रुप्पियमासा एक्को धरणो हवेज्ज संखित्तो। अड्डाइज्जा धरणा य सुवण्णो सों य पुण कंसो // 24 // कंसा चत्तारि पलं, पलाणि पुण अद्धतेरस दु पत्थे / भारो य तुला वीसं एस, विधी होइ धरिमस्स // 25 // पणतीसलोहपलिया वट्टा बावत्तरंगुला दीहा / पंचपलधरणगस्सा समायकरणे तुला हवति / // 26 // सव्वग्गेण तुलाए लेहाओ पण्णवीसति होति / चत्तारि य लेहाओ जाओ णंदीविणद्धाओ // 27 // समकरणि अद्धकंसा, तत्तो कंसुत्तरा य चत्तारि / तत्तो पलुत्तराओ जाव य दसको त्ति लेहाओ बारस पण्णरसग वीसगे य एत्तो दसुत्तरा अट्ठ। . एवं सव्वसमासो लेहाणं पण्णवीसं तु // 29 // पंचसु पण्णारसगे तीसग पण्णासगे य लेहाओ / णंदीविणद्धिकाओ सेसाओ उजुगलेहाओ . // 30 // 258 // 28 //