________________ मणिप्पभे मणिसिहे य कामपाले य कुसुमकेऊ य। कुंडलकुंडलभद्दे सुभद्दभद्दे य सुमणभद्दे // 156 // सव्वत्थमणोरह सव्वकामसिद्ध य रुयगणगदेवा। तह माणुसुत्तरनगे चक्खुमुहे चक्खुकंते य // 157 // तेण परं दीवाणं, उदहीणं सरिसनामगा देवा / एक्कक्क सरिसनामा, असंखिज्जा होति नायव्वा : // 158 // वासाणं व दहाणं, वासहराणं महाणईणं च। दीवाणं उदहीणं, पलिओवमगाउ अहिवइणो // 159 // दीवाहिवईण भवे उ दीवा उदहीमज्झयारम्मि। उदहिसु य आकाला, दीवेसु सागरवईणं // 160 // रुयगाउ य समुद्दा, दीवा जोअण भवेज्ज संखेज्जा। . गंतूण होइ अरुणो, दीवो अरुणो तओ उदही // 161 // बायालीससहस्सा, अरुणं ओगाहिऊण दक्खिणओ। वरवइरविग्गहीओ, सिलंनिचओ तत्थ तिगिच्छी // 162 // सत्तरसिक्कवीसाइं, जोयणसयाई सो समुव्विद्धो। दस चेव बावीसे, मूले वित्थिन्नु होइ नायव्वो // 163 // जोयणचउरसए-चउवीसे वित्थडो उ मज्झम्मि। सत्तेव य तेवीसे, सिहरतले वित्थडो होइ // 164 // सत्तरसेक्कवीसाई, पएसाण सयाइं गंतूणं / एक्कारसछनउया, वढ्ते दोसु पासेसु / // 165 // बत्तीससया बत्तीस, उत्तरा परिरओ विसेसूणो। तेरसइयालाई, बावीसब्भहिया मज्झपरिही // 166 // रयणमउ पउमाए, वणसंडेणं च सो परिक्खित्तो। मज्झे भवणवडेंसो, अड्डाइज्जाइ उव्विद्धो // 167 // 14