________________ अलंबुसा मीसकेसी य, पुंडरीगिणी वारुणी तहा। हासा सव्वप्पभा चेव, सिरि हिरी चेव उत्तरओ // 132 // एया दिसाकुमारी, कहिया सव्वण्णुसव्वदरिसीहिं। . . . जे उत्तरेण कुडा, अवि रुयगे तहिं एया .. // 133 // जोयणसाहस्सीया, रुयगवरे पव्वयम्मि चत्तारि। पुव्वाइआणुपुव्वी, दीवाहिवईण आवासा / // 134 // पुव्वेण उ वेरुलियं, मणिकूडं पच्छिमे दिसाभागे।। भयगं पुण दक्खिणओ, रुयगुत्तरमुत्तरे पासे . // 135 // जोयणसहस्सियाणं, एए कूडा हवंति चत्तारि / पुव्वाइयाणुपुल्विं, ते होंति दिसाकुमारीणं // 136 // पुव्वेण य वेरुलिय, मणिकूडं पच्छिमे दिसाभाए / भजगं पुण दक्खिणओ, रुयगुत्तरमुत्तरे पासे // 137 // रूया रूयंस सुरूवा, रूववई रूवकंत रूयपभा। पुव्वाइआणुपुव्वी, चउद्दिसि तेसु कूडेसु // 138 // पलिओवमं दिवटुं, ठिईओ एयासि होइ सव्वासि / एक्केक्कमपरियायं, होइ अट्ठण्ह कूडाणं // 139 // पुव्वेण सोस्थिकूडं, अवरेण य नंदणं भवे कूडं। दक्खिणओ लोगहियं, उत्तरओ सव्वभूयहियं // 140 // जोयणसाहस्सीया, एए कूडा हवंति चत्तारि / पुव्वाइआणुपुव्वी, विज्जुकुमारीण ते होंति // 141 // चित्ता य चित्तकणगा, सतेरा सोयामिणी य नायव्वा / एया विज्जुकुमारी, साहियपलिओवमठितिया // 142 // विज्जुकुमारीणं दक्खिणेण कूडा दिसागइंदाणं / तत्तो मयहरियाणं, विज्जुकुमारीण मज्झओ होंति // 143 // 12.