________________ // 21 // // 22 // // 23 // // 24 // // 25 // // 26 // गोलेहिं हिए लोगे, आगच्छइ जं तमेगजीवस्स / उक्कोसपयगयपएसरासितुल्लं हवइ जम्हा अहवा लोगपएसे, इक्किक्के ठवय गोलमिक्किकं / एवं उक्कोसपएक्कजियपएसेसु मायंति गोलो जीवो य समा, पएसओ जं च सव्वजीवा वि। हुंति समोगाहणया, मज्झिमओगाहणं पप्प तेण फुडं चिय सिद्धं, एगपएसम्मि जे जियपएसा। ते सव्वजीवतुल्ला, सुणसु पुणो जह विसेसहिया जं संति केई खंडा - ‘गोला लोगंतवत्तिणो अन्ने / बायरविग्गहिएहि य, उक्कोसपयं जमब्भहियं तम्हा सव्वेहितो, जीवेहितो फुडं गहेयव्वं / उक्कोसपयपएसा, हुंति विसेसाहिया नियमा / अहवा जेण बहुसमा, सुहुमा लोएऽवगाहणाए य। . तेणिक्किकं जीवं, बुद्धीए विरल-ए लोए एवं पि समा जीवा, एगपएसगयजियपएसेंहिं / बायर बाहुल्ला पुण, हुंति पएसा विसेसहिया तेसिं पुण रासीणं, निदरिसणमिणं भणामि पच्चक्खं / सुहगहणगाहणत्थं, ठवणारासिप्पमाणेहिं गोलाण लक्खमिकं, गोले गोले निगोयलक्खं तु। इक्किक्के य निगोए, जीवाणं लक्खमिक्किक्कं कोडिसयमैगजीव - प्पएसमाणं तमेव लोगस्स। गोलनिगोयजियाणं, दस उ सहस्सा समोगाहो जीवस्सिक्किक्कस्स य, दससाहस्सावगाहिणो लोए। इक्विक्कम्मि पएसे, पएसलक्खं समोगाढं // 27 // // 28 // // 29 / // 30 // // 31 // // 32 // .. 187