________________ सुबहूहिं केवलीहि य मणपज्जव-ओहिनाणइड्डीहि / समणगणसंपरिवुडा विहरेंति जिणा इ भुवणिंदा // 1108 // वड्डइ जणवयवंसो नलिणिकुमारंवररायवंसाओ। ... सज्झाओ वि य वड्डति एवं कालाणुभावेणं // 1109 // निट्ठवियकम्मजालो कत्तियबहुलस्स चरिमरातीए। सिज्झिहिति नाम पउमो अण्णाए पावनगरीए // 1110 // नवसु वि वासेसेवं सिद्धत्थादी य जिणवरिंदा उ। साइम्मि जोगजुत्ते कत्तियबहुलस्स अंतम्मि // 1111 // एसा उ मते भणिया पउमजिणिदस्स संकहा सु(पु)ण्णा। एत्तो परं तु जाणह जिणंतरा चेव पडिलोमा // 1112 // ते चेव जम्मरिक्खा, ते चिंय मासा, तिहीओ ता चेव। आउग-उच्चत्ताई वण्णा रुक्खा वि ते चेव // 1113 // ' नवरं पडिलोमाइं तित्थोगालीए वीरभणियाई / तित्थगरे आगमिसे सनामनामेहिं कित्ते हं // 1114 // महापउमे 1 य सुरदेवे 2 सुपासे 3 य सयंपभे 4 // सव्वाणुभूति अरहा 5 देवगुत्तो 6 य होहिही // 1115 / / उदगे 7 पेढालपुत्ते 8 य पोट्टिले 9 सयगे 10 त्ति य / मुणिसुव्वते य अरहा सव्वभावविहंजणे 11 // 1116 / / अममे 12 निक्कसाए 13 य निप्पुलाए 14 य निम्ममे 15 / चित्तगुत्ते 16 समाही 17 य आगमेसाए होहिति // 1117 // संवरे 18 अणियट्टी 19 य विवागे 20 विमले 21 त्ति य / देवोववायए अरहा 22 अणंत 23 विजए 24 ति य // 1118 // एते वुत्ता चउव्वीसं भरहे वासम्मि केवली। . आगमेसाए होर्हिति धम्मतित्थस्स देसगा . // 1119 // 150