________________ तइए घरम्मि एते तिविट्ठआदी य संठिया सव्वे / दूसमसुसमाए सेसे जं होही तं निसामेह // 618 // अद्धनवमा य मासा तिण्णि य वासाइं होंति सेसाई / दूसमसुसमाए एत्तो नवसु वि खेत्तेसु सिद्धिगया // 619 // जं रयणिं सिद्धिगओ अरहा तित्थंकरो महावीरो / तं रयणिमवंतीए अभिसित्तो पालओ राया // 620 // पालगरण्णो सट्ठी, पणपण्णसयं वियाण णंदाणं / मरुयाणं अट्ठसयं, तीसा पुण पूसमित्ताणं // 621 // बलमित्त-भाणुमित्ता सट्ठी, चत्ता य होंति नहसेणे / गद्दभ सयमेगं पुण, पडिवण्णो तो सगो. राया // 622 / / पंच य मासा पंच य वासा छ च्चेव हुँति वाससया। . परिनिव्वुयस्सऽरहतो तो उप्पण्णो सगो राया. // 623 // सगवंसस्स य तेरस सयाइं तेवीसइं च वासाइं। . होही जम्मं तस्स उ कुसुमपुरे दुट्ठबुद्धिस्स . // 624 // पत्तो पत्तकुलम्मि य चेत्ते सुद्धऽट्ठमीय दिवसम्मि। रोद्दोवगए चंदे विट्ठीकरणे रविस्सुदए // 625 // जम्मोवगए सूरे, सणिच्छरे विण्हुदेवयगए य।.. सुक्के भोमेण हते, चंदेण हए सुरगुरुम्मि // 626 // ससि-सूरऽत्थमणम्मि य समागमे तित्थएगपक्खम्मि(?) / सत्तरिसयचक्कपमद्दए य धूमए(?धूमे) य केउम्मि // 627 / / तइया भुवणं पडणस्स जम्मनगरीए राम-कण्हाणं / घोरं जणक्खयंकरं पडिबोहदिणे य विण्हुस्स // 628 // बहुकोह-माण-माया-लोभपसत्तस्स तस्स जम्मम्मि / संघ पुण हेसेही गावीरूवेण अहिउत्ता(?त्था) // 629 / / . 100