________________ // 558 // // 559 // // 560 / / // 561 // // 562 // // 563 // दोण्णि सया उ दहुत्तर जिणवरचंदाण केवलीणं तु / ' दससु वि वासेसेए वाघारियपाणिणो सिद्धा.. चंदाणण उसभजिणो आइगरा चोदसेण भत्तेणं / एतेण दस वि सिद्धा दससु वि वासेसु जिणचंदा भरहे य वड्डमाणो, एरवए वारिसेणजिणचंदो। छट्टेण दस वि सिद्धा दससु वि वासेसु जिणचंदा . दोण्णि सया वीसुत्तर तित्थयराणं तिलोगनाहाणं / दससु वि वासेसेए मासियभत्तेण सिद्धिगया अट्ठावयम्मि उसभो सिद्धिगओ भारहम्मि वासम्मि / चंदाणणो एरवए सिद्धिगओ मेहकूडम्मि सम्मेयम्मि जिणिंदा वीसं. परिनिव्वुया भरहवासे / एवए सुपइट्ठे वीसं मुणिपुंगवा सिद्धा चंपाए वासुपुज्जो सिद्धिगतो भारहम्मि वासम्मि। एरवए सेज्जंसो सिद्धिग़तो नागनगरीए हरिवरकुलंनंदिकरो उज्जेंते निव्वुओ जिणो नेमी / एवए अग्गिसेणो सिद्धिगतो चित्तकूडम्मि पावाए वद्धमाणो सिद्धिगतो भारहम्मि वासम्मि। एरवए वारिसेणो सिद्धो कमलुज्जलपुरीए अट्ठण्हं जणणीओ तित्थगराणं तु होति सिद्धाओ। अट्ठ य सणंकुमारे, माहिंदे अट्ठ बोधव्वा नागेसुं उसभपिया, सेसाणं सत्त होंति ईसाणे / अट्ठ य सणंकुमारे, माहिदे अट्ठ बोधव्वा तित्थंकरपढमघरे भणिया वत्तव्वया समासेणं। एत्तो घरम्मि बीए वोच्छं चक्कीण उद्देसं .. // 564 // // 565 // // 566 // // 567 // // 568 // // 569 // 104