________________ // 29 // // 30 // // 31 // // 32 // // 34 // ओरालिय वेउव्विअ, आहारग तेयसं झूणी (य) मणो / उस्सासं निस्सासं, कम्मण कम्माणि छाय तमो. वग्गणअणंत आयव मिस्सक्खंधो अचित्तमहखंधो / वेअग खाओवसमं उज्जोय पुग्गल सुए भणिअं नेरइअदेवअगणी-वाउ य वज्जिय असंखजीवाओ। सेसा सव्वे वि जिया, समुच्छिममणुएसु गच्छंति नेरइअ देवजुयला, वज्जिअ सेसेसु जीवठाणेसु / मुच्छिमनराण गमणं, सव्वे वि अ पढमगुणठाणी आहार सरीरिदिय, ऊसासे वय मणे छ पज्जत्ती / चउ पंच पंच छप्पिय, इगविगलामणसमण तिरिए गब्भय नर निरएसुं, छप्पिय पज्जत्ति पंच देवाणं / जं तेसि वयमणाणं, दोण्ह वि पज्जत्ति समकालं उरलविउव्वाहारे, छण्ह वि पज्जत्ति जुगवमारंभो / तिहं पढमिगसमए, बीआ अंतोमुहुत्तिआ हवइ पिहु पिहु असंखसमइय, अंतमुहुत्ता उरालि चउरो वि / पिहु पिहु समया चउरो हुंति (तह) विउव्वियाहारे छह वि सममारंभो, पढमा समएण अंतमुह बीया / तितुस्अि समए समए, सुरेसु पण छ? इगसमए सो लद्धिए पज्जत्तो, जो य मरइ पूरिउं सपज्जत्ति / लद्धिअपज्जत्तो पुण, जो मरई ता अपूरित्ता . नज्ज वि पूरेइ परं, पुरिस्सइ स इह करणअपज्जत्तो / सो पुण करणपज्जत्तो, जेणं ता पूरिया हुंति नर नेरइया देवा, सिद्धा तिरिया कमेण इह होति / थोव असंख असंखा, अणंतगुणिया अणंतगुणा 85 // 35 // // 36 // // 37 // // 38 // // 39 // // 40 //