________________ जीवेयरविसयाए, अनिवित्तीए जओ उ वावारो। अस्संजयस्स सा उण, अप्पच्चक्खाणकिरिय त्ति // 66 // दिट्ठियकिरिया नेया, अस्सरहाईण जीवजीवाणं / ... जं दंसणत्थगमणं, पुच्छा पुण पुट्ठिया होइ .. // 67 // अहवा वि फरिसणं पुट्टिय त्ति रागेण जीवजीवाणं / / एए चेव पडुच्चा, जो बन्धो सा उ पाडुचिया // 68 // नियगे जीवेऽजीवे, समंतओ एच्च थुव्वयजणेहिं / थुव्वं ते जा तुट्ठी, सा पुण सामंतुवनिवाया // 69 // जीवाण अजीवाण य, जंतेहिं निसिरणं तु नेसत्थी। साहत्थिया उ तालइ, जं जीवाइं सहत्थेहि // 70 // जीवस्स अजीवस्स व, परेण आणावणं तु आणवणी / जीवाजीवाण वियारणं तु वेयारणी किरिया // 71 // आयाणं निक्खेवं व, कुणइ उवहीए जं अणाभोगा / अणभोगवत्तिया सा, किरिया समयम्मि निद्दिट्ठा // 72 // इह लोए परलोए, जाइँ विरुद्धाइँ ताई सेवेइ / जो तस्स अणवकंखा-पच्चयकिरिया विणिद्दिट्ठा / / 73 // मणवइकायपओगा, सावज्जा जे पओगकिरिया सा। अट्ठविहकम्मपोग्गल-गहणं समुदाणकिरिया उ // .74 // मायालोभकसाए, उ निस्सिया पेमवत्तिया नाम / अहवा वि रागजणयं, वयणं सा वाहरंतस्स // 75 // अप्पस्स वा परस्स व, कोहं माणं व जं उदीरेइ / . सा दोसवत्तिया नाम एत्थ किरिया विणिद्दिट्ठा . // 76 // इरियावहिया किरिया, जो केवलजोगपच्चओ बंधो। . सो य सजोगिजिणाणं, छउमत्थजिणाण वा होज्जा // 77 // 34