________________ // 319 // // 320 // // 321 // // 322 // // 323 // // 324 / / होइ पमाणं सव्वेसु चेव बत्तीस जोयणसयाई / सोहम्मादीयाणं, बाहल्लुच्चत्तसहियाणं अच्चंतसुरहिगंधा, फासे-नवणीयमउयसुहफासा / निच्चुज्जोया रम्मा, सयंपभा ते विरायंति उववायपरीमाणं, अवहारुच्चत्तमेव संघयणं / संठाणगंधफासे, ऊसासो चेव आहारो सोहम्मीसाणेसुं, उववाओं अकम्मकम्मभूमीणं / पंचिंदियतिरियनरेहि कम्मभोमेहिं सेसाणं पंचेंदियतिरियाणं, उववाओ होइ जा सहस्सारो / सेसाण सुरगणाणं, होइ मणुस्सेहिँ उववाओ संजयमीसगअस्संजयाण उववाओं अच्चुओ जाव / गेवेज्ज मीसरहिया, तेण परं संजया चेव . उक्कोसेण असंखा, उववज्जंती जहन्नएणेगो / जा सहसा कप्पो, तेण परं जाण संखेज्जा ओसप्पिणिउस्सप्पिणि, संखाईयाहिँ जा सहस्सारो / तेण परं अवहारो, पलियअसंखेज्जभागेणं सोहम्मे ईसाणे, उच्चत्तं होइ सत्त रयणीओ। एकेकहाणि सेसे, दुदुगे य दुगे चउक्के य गेवेज्जेसुं दोण्णी, एक्का रयणी अणुत्तरेसुं तु ! . भवधारणिज्ज एसा, उक्कोसा होति णायव्वा अंगुलभागमसंखो, सुराण ओगाहणा जहण्णा उ / सव्वेसु संयसहस्सं, उत्तरवेउव्वि उक्कोसा संघयणेण सुरगणा, अस्संघयणी महाबला सूरा / सोमा महाणुभावा, अणिदियगुणा विरायंति 303 // 325 // // 326 // // 327 // // 328 // // 329 // // 330 //