________________ // 247 // // 248 // // 249 // // 250 // // 251 // // 252 // वटै थ वलयगं पिव, तंसं सिंघाडगं पिव विमाणं / चउरंसविमाणं पुण, अक्खाडगसंठियं भणियं सव्वे वट्टविमाणा, एगदुवारा हवंति विण्णेया / तिण्णि य तूंसविमाणे, चत्तारि य होति चउरंसे पागारपरिक्खित्ता, वट्टविमाणा हवंति सव्वे वि / चउरंसविमाणाणं, चउद्दिसिं वेइया होंति जत्तो वट्टविमाणा, तत्तो तंसस्स वेइया होइ / पागारो बोद्धव्वो, अवसेसेहिं तु पासेहिं आवलियासु विमाणा, वट्टा तंसा तहेव चउरंसा / पुप्फावकिण्णगा उण, अणेगविहरूवसंठाणा पुष्फावकिण्णगा खलु, दाहिणओ पच्छिमेण उत्तरओ / पुव्वेण विमाणिदस्स णत्थि पुप्फावकिण्णत्थ बावट्ठी आवलिया, तीसे अद्धं सयंभुरमणम्मि। . उड्ढे पडिहि विमाणा, जे आवलियापइट्ठा उ / तिण्णि य दीवे तिण्णेव समुद्दे बाहिरे अबाहाए / जेसिं पडिहि विमाणा, ते आवलियापइट्ठा उ जे केइ विमाणिदम्मि विमाणा तेसिमन्तरं जं तु / सो संखेज्जइभागो, उड्ढेलोयस्स बोधव्वो . बारेकारस दस सत्त तिण्णि तिण्णेव पत्थडाणं तु / दोण्हं दोण्हं कप्पाण अंतरा अट्ठ गेवेज्जा अउणावीससमहियं, उडूविमाणं तु होइ तिरियाओ / सो उ विसेसो भणिओ, संखेज्जइभाग सेढीए उडलोओ एगूणवसखंडीकओ तओ तस्स / एगूणवीसभागम्मि समहिए ऊ उडुविमाणं // 253 // // 254 // // 255 // // 256 // // 257 // // 258 // 299