________________ सासायण-मिस्साणं नाणाजीवे पडुच्च मणुएसु / अंतोमुहुत्तमुक्कोसकालमवरं जहुद्दिटुं // 228 // काओगऽणंतकालं वाससहस्सा उरालं बावीसं / .. समयतिगं कम्मइओ सेसा जोगा मुहुत्तंतो // 229 // देवी पणपण्णाऊ इत्थित्तं पल्लसयपुहत्तं तु / पुरिसत्तं सण्णित्तं च सयपुहुत्तं च उयहीणं // 230 // अंतमुहत्तं तु परा जोगुवओगा कसाय लेसा य / सुरनारएसु य पुणो भवट्ठिई होइ लेसाणं // 231 // छावट्ठिउयहिनामा साहीया मइ-सु-ओहिनाणाणं / ऊणा य पुव्वकोडी मण-समइय-छेय-परिहारे // 232 // विब्भंगस्स भवट्ठिइ चक्खुस्सुदंहीण बे सहस्साइं / णाई अपज्जवसिओ सपज्जवसिओ त्तिय अचक्खू // 233 // भव्वो अणाइ संतो अणाइऽणंतो भवे अभव्वो य / सिद्धो य साइऽणंतो असंखभागंगुलाहारो // 234 // काओगी नरनाणी मिच्छं मिस्सा य चक्खु सण्णी य। आहारकसायावि य जहण्णमंतोमुहत्तंतो // 235 // मण-वइ-उरल-विउव्विय आहारय-कम्म-जोग-अणरित्थी। संजमविभागविब्भंग सासणे एगसमयं तु // 236 // अड्ढाइज्जा य सया वीसपुहत्तं च होइ वासाणं / छेय-परिहारगाणं जहण्णकालाणुसारो उ // 237 // कोडीसयसहस्साइं पन्नासं हुंति उयहिनामाणं / बे पुव्वकोडिऊणा नाणाजीवेहि उक्कोसं // 238 // पल्लासंखियभागो वेउव्वियमिस्सगाण अणुसारों। . भिन्नमुहुत्तं आहारमिस्ससेसाण सव्वद्धं // 239 // 20 . . मजमप्पा य /