________________ // 32 // // 33 // // 34 // // 35 // // 36 // // 37 // // 37 मज्झा उत्तरपासे, आवत्ता अवरओ मुणेयव्वा / सिट्ठा दाहिणपासे, पुव्विल्लाओ विभइयव्वा . विलयाईया पुव्वावलीओ मज्झाइ उत्तरावलिया / आवत्ताई अवरा, सिट्ठाई दाहिणावलिया सेसा ते चेवं भवे, णामा पुव्वावलीएँ जे भणिया। णरगावासाण पुणो, णामाइं समासओ सुणसु वाही सवहा असुहा, जे अत्थी केइ जीवलोगम्मि / तत्रामगा उ णिरया, असरिसनामा य बोधव्वा संखेज्जइभागो खलु, दुरुत्तरो सव्वमसुभनामाणं / णरया उ मुणेयव्वा, बहुविह एक्केक्कनामम्मि एवं तु पत्थडा खलु, अउणापण्णं तु होंति निरयाणं / तिण्णि सया णिरयाणं, अउणाणउई य पत्थारे णरइंदयपयरम्मि, पढमे संखा उ होति सीमंते / तिण्णि सया णिरयाणं, अउणाणउया मुणेयव्वा / णरइंदयम्मि जो जम्मि इच्छती णिरयसेढिपरिमाणं / रूवूणं अट्ठगुणं, तं चेव तओ विसोहेज्जा मूलपयररासीओ, अउणाणउएहिं तिहिं सएहितो। वोसटे जं सेसं, तं पयरं तम्मि संखायं जइमं इच्छसि सेणि, उवरिमहुत्तो उ ठावए तइमं / सा सेढी रूवूणा, अट्ठगुणे सपंचगं पयरं रूवूणमिट्ठपयरं, अट्ठगुणं पढमपत्थडग्गाओ। सोहेत्तु जमवसेसं, णिरयग्गं रयणमाईणं दठूण णिरयसंखं, सोहेज्जा पढमपत्थडग्गाओ / सेसे अट्ठविभत्ते, रूवऽहिते पत्थडं जाण // 38 // // 39 // // 40 // // 41 // // 42 // // 43 // 299