________________ // 384 // // 385 // // 386 // // 387 // // 388 / / // 389 // देसोवसमणतुल्ला होइ निहत्ती निकाइया नवरं / संकमणं पि निहत्तीइ नत्थि सेसाणि वियरस्स गुणसेढिपएसग्गं थोवं पत्तेगसो असंखगुणं / उवसमणाइसु तीसु वि संकमणेहप्पवत्ते य थोवा कसायउदया ठिइबंधोदीरणा य संकमणा / उवसमणाइसु अज्झवसाया कमसो असंखगुणा उदओ उदीरणाए तुल्लो मोत्तूण एक्कचत्तालं / आवरणविग्घसंजलणलोभवेए य दिट्ठिदुगं आलिगमहिगं वेएति आउगाणं पि अप्पमत्ता वि / वेयणियाण य दुसमय तणुपज्जत्ता. य निद्दाओ मणुयगइजाइतसबायरं च पज्जत्तसुभगमाएज्जं / . जसकित्तिमुच्चगोयं चाजोगी केइ तित्थयरं ठिइउदओ वि ठिइक्खयपओगसा ठिइउदीरणा अहिगो। उदयठिईए हस्सो छत्तीसा एग उदयठिई . अणुभागुदओ वि जहन्न नवरि आवरण विग्घवेयाणं / संजलणलोभसम्मत्ताण ये गंतूणमावलिगं अजहन्नाणुक्कोसा चउ तिहा छण्ह चउव्विहा मोहे / / आउस्स साइ अधुवा सेसविगप्पा य सव्वेसिं अजहन्नाणुक्कोसो सगयालाए चउत्तिहा चउहा। मिच्छत्ते सेसासिं दुविहा सव्वे य सेसाणं सम्मत्तुप्पा सावय विरए संजोयणाविणासे य / दंसणमोहक्खवगे कसाय उवसामगुवसंते खवगे य खीणमोहे जिणे य दुविहे असंखगुणसेढी / उदओ तव्विवरीओ कालो संखेज्जगुणसेढी . 271 // 390 // // 391 // // 392 // // 393 // // 394 // // 395 //