________________ तित्थयरं घाईणि य परिणाम(य)पच्चयाणि सेसाओ। भवपच्चइया पुव्वुत्ता वि य पुव्वुत्तसेसाणं . . // 276 / / घाईणं अजहन्ना दोण्हमणुक्कोसियाओ तिविहाओ / वेयणिएणुक्कोसा अजहन्ना मोहणीए उ // 277 // साइअणाई धुव अधुवा य तस्सेसिगा य दुविगप्पा / आउस्स साइ अधुवा सव्वविगप्पा उ विनेया // 278 // मउलहुगाणुक्कोसा चउव्विहा तिण्हमवि य अजहन्ना / णाइगधुवा य अधुवा वीसाए होयणुक्कोसा - // 279 // तेवीसाए अजहन्ना वि य एयासि सेसगविगप्पा / सव्वविगप्पा सेसाण वा वि अधुवा य साई य // 280 // दाणाइ अचक्खूणं जेट्ठा आइम्मि हीणलद्धिस्स / सुहुमस्स चक्खुणो पुण तेइंदिय सव्वपज्जते // 281 // निदाइपंचगस्स य मज्झिमपरिणामसंकिलिट्ठस्स / अपुमादि असायाणं निरए जेट्ठा ठिइसमत्ते // 282 // पंचिदियतसबायरपज्जत्तगसाइसुस्सरगईणं / वेउव्वुस्सासाणं देवो जेट्ठिइसमत्तो // 283 // सम्मत्तमीसगाणं से काले गहिहिइ त्ति मिच्छत्तं / हासरईणं सहसारगस्स पज्जत्तदेवस्स // 284 // गइहुंडुवघायाणि खगइनीयाण दुहचउक्कस्स / निरउक्कस्स समत्ते असमत्ताए नरस्संते // 285 // कक्खडगुरुसंघयणात्थीपुमसंठाणतिरियनामाणं / पंचिंदिओ तिरिक्खो अट्ठमवासट्ठवासाओ // 286 // मणुओरालियवज्जरिसहाण मणुओ तिपल्लपज्जत्तो / ' नियगठिई उक्कोसो पज्जत्तो आउगाणं पि ' || 287 //