________________ नाणंतरायदंसण बन्धोदयसंतभंग जे मिच्छे / ते तेरस ठाणेसुं सन्निम्मि गुणासिया सव्वे . // 968 // तेरससु वेयणीयस्स-आइमा हुंति भंगया चउरो / निच्चुदए तिणि गोए सव्वे दोण्हं पि सण्णिस्स // 969 // तिरिउदए नव भंगा जे ते सव्वे असण्णिपज्जत्ते / नारयसुरचउ भंगा रहिया इगविगलदुविहाणं // 970 // अस्सण्णि अप्पज्जत्ते तिरिउदए पंच जह य तह मणुए / मणपज्जत्ते सव्वे इयरे पुण दस उ पुव्वुत्ता // 971 // बन्धोदयसंताई पुण्णाई सन्निणो उ मोहस्स / बायरविगलासण्णिसु पज्जेसु दु आइमा बंधा // 972 // अट्ठसु बावीसो चिय बन्धो अट्ठाइ उदय तिनेव / सत्तगजुया उ पंचसु अडसत्तछवीससंतम्मि // 973 // सण्णिमि अट्ठ असण्णिम्मि छाइमा तेऽट्ठवीस परिहीणा / पज्जत्तविगलबायर सुहुमेसु तहा अपज्जाणं. // 974 // इगवीसाई दो चउ पणउदयाऽपज्जसुहुमबाराणं / सण्णिस्स अ चउवीसा इगछडवीसाइसेसाणं // 975 // तेरससु पंच संता तिणि धुवा अट्ठसीइ बाणउई। सण्णिस्स होति बारस गुणठाणकमेण नामस्स // 976 // बझंति सत्त अट्ठ य नारयतिरिसुरगईसु कम्माई। उद्दीरणा वि एवं संतोइण्णाइं अट्ठ तिसु // 977 // गुणभिहियं मणुएसुं सगलतसाणं च तिरिय पडिवक्खा / मणजोगी छउमा इव कायवइ जहा सजोगीणं // 978 // वेई नवगुणतुल्ला तिकसाइ वि लोभे दसगुणसमाणो। . सेसाणि वि ठाणाई एएण कमेण नेयाणि // 979 // 225