________________ थावरतिरिगइ दोदो आयावेगिदिविगलसाहारं / नरयदुगुज्जोवाणि य दसाइमेगंततिरिजोग्गा // 932 / एगिदिसु पढमदुगं वाऊतेऊसु तइयगमणिच्चं / अहवा पण तिरिएसुं तस्संतेगिदियाईसु // 933 / पढमं पढमगहीणं नरए मिच्छम्मि अधुवतिगजुत्तं / देवे सा (आ) इचउक्कं तिरिएसु अतित्थमिच्छसंताणि // 934 // पढमचउक्कं सम्मा बीयं खीणाओ बायरसुहमे य / सासणि मीसि वि तित्थं पढममजोगिम्मि अट्ठ नव . // 935 // नवपंचोदयसंता तेवीसे पण्णवीसछव्वीसे / अट्ठ चउटुवीसे नवसत्तिगुतीसतीसे य // 936 // एक्कक्के इगितीसे एक्के एक्कुदय अट्ठसंतंसा / उवरयबंधे दस दस नामोदयसंतठाणाणि // 937 // बन्धोदयसंतेसुं पणपण पढमंतिमाण जा सुहुमो / संतोइण्णाइं पुण उवसमखीणे परे नत्थि // 938 // मिच्छा सासयणेसुं नवबन्धुवलक्खियाउ दो भंगा / मीसाओ य नियट्टी जा छब्बंधेण दो दो उ चउबंधे नवसंते दोण्णि अपुव्वाउ सुहमरागं जा। . अब्बन्धे नव संते उवसंते हुति दो भंगा // 940 चउबन्धे छस्संते बायरसुहमाणमेगखवगाणं / छसु चउसु व संतेसु दोण्णि अबन्धम्मि खीणस्स // 941 // चत्तारि जा पमत्तो दोण्णि उ जा जोगि सायबन्धेणं / . सेलेसि अबन्धे चउ इगिसंते चरमसमए दो // 942 // अट्ठछलाहियवीसा सोलसवीसं च बारस छ दोसु / दो चउसु तीसु एक मिच्छाइसु आउए भंगा / // 943 // 22