________________ // 400 // सव्वप्पवीरिएहि जीवपएसेहिं वग्गणा पढमा / बीयाइ वग्गणाओ रूवुत्तरिया असंखाओ। // 398 // ताओ फड्डगमेगं अओं परं नत्थि रूववुड्डीए / जाव असंखा लोगा पुव्वविहाणेण तो फड्डा // 399 // सेढीअसंखभागियफड्डेहिं जहण्णयं हवइ ठाणं / अंगुलअसंखभागुत्तराहिं भूओ असंखाई सेढीअसंखियभागं गंतुं गन्तुं भवंति दुगुणाई / फड्डाइं ठाणेसुं पलियासंखंसगुणयारा // 401 // वटुंति व हायंति व चउहा जीवस्स जोगठाणाई। आवलिअसंखभागंतमुहुत्तमसंखगुणहाणी // 402 // जोगट्ठाणठिईओ चउसमया अट्ठ दोण्णि जा तत्तो / अट्ठगुभयठिइयाओ जहा परमसंखगुणियाणं // 403 // सुहुमेयराइयाणं जहण्णउक्कोसपज्जऽपज्जाणं / . आसज्ज असंखगुणाणि होति इह जोगठाणाणि // 404 // जोगणुरूवं जीवा परिणामेंतीह गेण्हिउं दलियं / भासाणुप्पाणमणोचियं च अवलंबए दव्वं // 405 // एक्कपएसाइअणंतजाओ होऊण होंति उरलस्स / अज्जोगंतरिआओ वग्गणाओ अणंताओ. // 406 // ओराल 1 विउव्वा 2 हार 3 तेय 4 भासा 5 णुपाण 6 मण 7 कम्मे 8 / अह दव्ववग्गणाणं कमो विवज्जासओ खित्ते // 407 // कम्मोवरि धुवेयर सुन्ना पत्तेय सुन्नबायरिया / सुना सुहुमे सुन्ना महखंधो सगुणनामाओ // 408 // सिद्धाणंतंसेणं अहव अभव्वेहऽणंतगुणिएहिं / जुत्ता जहन्नजोग्गा उरलाईणं भवे जेट्ठा // 409 // 177