________________ एकं समयं अजहन्नओ तओ साइअद्भुवा दो वि / मोहे वि इमे एवं, आउम्मि य कारणं सुगमं // 293 मोहस्स अइकिलिटे उक्कोसो सत्तबंधए मिच्छे। ... एकं समयंणुक्कोसओ तओ साइअधुवाओ .. // 294 नाणंतरायनिद्दाअणवज्जकसायभयदुगुंछाण / दंसणचउपयलाणं, चउ वि (वि) गप्पो अणुक्कोसो // 295 / सेसा साई अधुवा, सव्वे सव्वाण सेसपयईणं / जाण जहिं बंधतो उक्कोसो ताण तत्थेव // 296 निययअबंधचुयाणं, णुक्कोसो साइ णाइ तमपत्ते / साई अधुवोऽधुवबंधियाण धुवबंधणा देव // 297 अप्पतरपगइबन्धे, उक्कडजोगी उ सन्निपज्जत्तो / कुणइ पएसुक्कोसं, जहन्नयं तस्स बच्चासे // 298 / सत्तविहबन्ध मिच्छे, परमो अणमिच्छथीणगिद्धीणं / उक्कोससंकिलिट्टे, जहन्नओ नामधुवियाणं // 299 / समयादसंखकालं, तिरिदुगनीयाणि जाव बझंति / वेउव्वियदेवदुर्ग, पल्लतिगं आउ अंतमुहू // 30 // देसूणपुव्वकोडी, सायं तहऽसंखपोग्गला उरलं / परघाउस्सासतसचउपणिदि पणसीय अयरसयं // 301 // चउरंसउच्चसुभखगइपुरिससुस्सरतिगाण छावट्ठी / / बिउणा मणुदुगउरलंगरिसहतित्थाण तेत्तीसा // 302 // सेसाणंतमुहत्तं, समया तित्थाउगाण अंतमुहू / बन्धो जहन्नओ वि हु, भंगतिगं निच्चबन्धीणं // 303 // 168