________________ // 124 / // 125 // // 126 // // 127 // // 128 // // 129 // जस्सुदएणं जीवे, निप्फत्ती होइ आणपाणूणं / तं ऊसासं नामं, तस्स विवागो सरीरम्मि . जस्सुदएणं जीवे, होइ सरीरं तु ताविलं इत्थ / सो आयवे विवागो, जह रविबिंबे तहा जाण न भवइ तेयसरीरे,, जेण उ तेयस्स उसिणफासस्स / होइ हु उदओ नियमा, तह लोहियवण्णनामस्स . जस्सुदएणं जीवो, अणुसिणदेहेण कुणइ उज्जोयं / तं उज्जोयं नाम, जाणसु खज्जोयमाईणं जस्सुदएणं जीवो, वर वसभगईए गच्छइ गईए। . सा सुहिया विहगगई, हंसाईणं भवे सा उ जस्सुदएणं जीवो, अमणिट्ठाएं उ गच्छइ गईए / सा असुभा विहगगई, उट्टाईणं भवे सा उ तस-बायर-पज्जत्तं, पत्तेय-थिरं सुभं च सुभगं च / सूसर-आइज्ज-जसं, तसाइदसगं इमं होइ . आइम्मि तसचउक्कं, थिराइछक्कं तु उवरिमं होइ / थावरदसगं अहुणा, थावर-सुहुमं अपज्जत्तं होइ तहा साहारं, अथिरं असुभं च दूभगं चेव / दूसरणाइज्जेहिं अ, अजसेहिं य बीयदसगं तु आइम्मि थावरचऊ, सुहुमतिगं उवरिमं भवे इत्थ / अथिराइछक्कमुवरि, विवागभेयं अओ भणिमो तसनामुदए जीवो, बेइंदियमाइ जाइ जीवेसु / थावरनामुदए पुण, पुढवीमाईसु सो जाइ बायरनामुदएणं, बायरकाओ उ होइ सो नियमा। . सुहुमेण सुहुमकाओ, अंतमुहुत्ताउओ होइ . // 130 // // 131 // // 132 // // 133 // || 134 // // 135 // 120