________________ // 64 // // 65 // // 66 // / / 67 / / // 68 // // 69 // जं नेरइयं नारयभवम्मि तहिं धरइ उब्वियंतं पि / बाणसु तं निरयाउं हडिसरिसो तस्स उ विवागो / एवं तिरियं मणुयं देवं तिरियाइएसु भावेसु / बंधरइ तब्भवगयं तं तेसिं आउयं भणियं भणियं आउयकम्म, छठें कम्मं तु भण्णए नाम / सं चित्तगरसमाणं, जह होइ तहा निसामेह जह चित्तयरो निउणो, अणेगरूवाई कुणइ रूवाइं / सोहणमसोहणाई, चोक्खाचोक्खेहिँ वण्णेहिं तह नामं पि य कम्मं, अणेगरूवाई कुणइ जीवस्स / सोहणमसोहणाई, इट्टाणिट्ठाई लोयस्स गइयाइएसु जीवं, नामइ भेएसु जं तओ नाम / तस्स उ बायालीसं, भेया अहवा वि सत्तट्ठी अहवा वि हु तेणउई, भेया पयडीण हुंति नामस्स / . अहवा तिउत्तरसयं, सव्वे वि जहक्कम भणिमो . पढमा बायालीसा, गइजाइसरीरअंगुवंगे य / बंधणसंघायणसंघयणसंठाणनामं च . तह वण्णगंधरसफासनामअगुरुलहुयं च बोधव्वं / उवाय पराघायाणुपुव्वि उस्सासनामं च . आयावुज्जोयविहायगई तसथावराभिहाणं च / , बायरसुहुमं पज्जत्तापज्जत्तं च नायव्वं: पत्तेयं साहारण, थिरमथिर सुभासुभं च नायव्वं / सूभगदूभगनाम, सूसर तह दूसरं चेव आइज्जमणाइज्जं, जसकित्तीनाममजसकित्ती य / निम्माणं तित्थयरं, भेयाण वि हुँतिमे भेया 110 // 70 // // 71 // // 72 / / / / 73 // // 74 // / / 75 //