________________ 'अह पाढोऽभिमओ च्चिय, विगाणम पि एत्थं थोवगाणं उ" / "एत्थं पि ण प्पमाणं, सव्वेसिं अ-दसणाओ उ". // 126 // किं तेसिं दंसणेणं अप्प-बहुत्तं जहित्थ, तह चेव / .... सव्वत्थ समवसेयं णेवं वभिचार-भावाओ // 127 / / अग्गा-ऽऽहारे बहुगा दिसंति दिआ, तहा ण सुद्द त्ति / / ण य तदंसणओ च्चिय सव्वत्थ इमं हवइ एवं // 128 // "ण य "बहुगाण पि इत्थं अ-विगाणं सोहणं" ति नियमोऽयं" / "ण य "णो थोवाणं पि हु," "मूढेयर-भाव-जोएणं" // 129 // "ण य रागा-ऽऽइ-विरहिओ को वि माया विसेस-कारि" ति" / "जं सव्वे वि अ पुरिसा रागा-ऽऽइ-जुआ उ" पर-पक्खे // 130 // "एवं च वयण-मित्ता धम्मा-5-दोसाइ मिच्छगाणं पि / .. घायं ताणं दिअवरं पुरओ णणु चंडिग़ा-ऽऽईणं // 131 // "न य तेसि पि ण वयणं एत्थ निमित्तं" ति, जं ण सव्वे उ। तं तह घायंति सया, अ-स्सुअ-तच्चोयणा-वक्का" // 132 // "अह "तं ण एत्थ रूढं" "एअं पि ण तत्थ" तुल्लमेवेयं" / "अह "तं थोवमणु चियं" "इमं पि एयारिसं तेसिं // 133 // ["अह तं वेय-उंगं खलु" "न तं पि एमेव" "इत्थ वि ण माणं / " "अह-तथा-5-सवणमिणं" सिएअमुच्छिन-साहं तु" // 134 // "ण य तव्वयणाओ च्चिय तदुभय-भावो ति, तुल्ल-भणिईओ" / अण्णा वि कप्पणेवं साहम्म-विहम्मओ दुट्ठा // 135 // "तम्हा ण वयणमित्तं सव्वत्थऽविसेसओ बुह-जणेणं / .. एत्थ पवित्ति-णिमित्तं, एअं दट्ठव्वयं होइ" // 136 // किं पुण विसिट्ठगं चिय, जं दिट्ठिट्ठाहिँ णो खलु विरुद्धं / तह संभवं [त-रूवं] स-रूवं विआरिऊ सुद्ध-बुद्धिए ? // 137 // 42