________________ अलाभ रोग तणफासा, मल सक्कार परीसहा / . पन्ना अन्नाण सम्मत्तं, इय बावीसं परीसहा // 44 // सूरं दाहिणसवणे दक्खिणजाणुम्मि अंगुली काउं / ..... पढमपयं पि गणिज्जा तं जाण पडिलेहणासमयं // 45 // आसाढे मासे दुपया, पोसे मासे चउप्पया / चित्तासोएसु मासेसु, तिपया हवई पोरसी // 46 // अंगुलं सत्तरत्तेणं, पक्जेणं तु दुरंगुलं / वड्डए हायए वा वि, मासेणं चउरंगुलं, . // 47 // जिट्ठामूले आसाढसावणे छहिं अंगुलेहिं पडिलेहा / अट्ठहिं बीअतिअम्मि अ ततिए दस अट्ठहिं चउत्थे // 48 // वइसाहपुण्णिमाए समणंतरपडिवयाइ जो दियहो / तं चिय जिट्ठामूलं छक्को पक्खेवओ तत्थ .. // 49 // देवाण महरिसीण वि समप्पए पुण्णिमाइ खलु मासो। .. आसाढपुण्णिमाए दुन्नि पया तेण नायव्वा // 50 // पढमपयं पि गणिज्जा तत्तो नमिऊण भणइ गीअत्थो / भयवं बहुपडिपुन्ना संजाया पोरसी पढमा // 51 // उट्ठिन्ति तओ गुरुणो मुणिणो वि य छोभवंदणं दाउँ / पुत्तिं पेहिति तओ पत्ताई मत्त उवविट्ठा // 52 // पत्तं पत्ताबन्धो पायट्ठवणं च पायकेसरिया / पडलाइं रयत्ताणं गोच्छओ पायनिज्जोगो // 53 // पडला पुण घणमसिणा गिम्हाइसु ति चऊ जहण्णेणं / . पोत्ति व्व पडलगुच्छाइ पेहे पणवीसठाणेहिं // 54 // इय काले कयपेहो अत्थं गिव्हिज्ज बीयपोरिसीए / अक्खठवणाइविहिणा गुरू वि सुद्धं परूवेइ . . // 55 // 22