________________ आहाकम्मामंतण पडिसुणमाणे अइक्कमो होइ / पयभेयाइ वइक्कम गहिए तइएयरो गिलिए // 18 // भुंजइ आहाकम्म, सम्मं जो न य पडिक्कमति लुद्धो। सव्वजिणाणाविमुहस्स तस्स आराहणा नत्थि // 19 // जइणों चरणविघाइ त्ति, दाणमेयस्स नत्थि ओहेण / बीयपए जइ कत्थ वि, पत्तविसेसे वा होज्ज जओ // 20 // संथरणम्मि असुद्धं, दोण्हं वि गेण्हंतदेंतयाणऽहियं / आउरदिटुंतेणं, तं चेव हियं असंथरणे // 21 // भणियं च पंचमंगे, सुपत्तसुद्धदाणचउभङ्गे / / पढमो सुद्धो बीए, भयणा सेसा अणिट्ठफला // 22 // देसाणुचियं बहुदव्व-मप्पकुलमायरो य तो पुच्छे / कस्स कए केण कयं, लक्खिज्जइ बज्झलिंगेहिं // 23 // थोवंति न पुटुं, न कहियं व गूढेहिं नायरो व कओ। इय छलिओ न लग्गइ, सुउवउत्तो असढभावो // 24 // आहाकम्मपरिणओ बज्झइ लिंगिव्व सुद्धभोई वि / सुद्धं गवेसमाणो सुज्झइ खवगव्व कम्मे वि // 25 // नणु मुणिणा जं न कयं, न कारियं नाणुमोइयं तं से / / गिहिणा कडमाययओ, तिगरणसुद्धस्स को दोसो ? // 26 // सच्चं तह वि मुणंतो, गिण्हंतो वद्धए पसंगं से / निद्धंधसो य गिद्धो, न मुयइ सजिर्य पि सो पच्छा // 27 // उद्देसियमोहविभागओ य, ओहे सए जमारंभे / भिक्खाउ कइ वि कप्पइ, जो एही तस्स दाणट्ठा // 28 // बारसविहं विभागे, चउहुद्दिटुं कडं च कम्मं च / . उद्देससमुद्देसादेससमाएसा भेएण // 29 // . 11