________________ // 300 // // 301 // // 302 // // 303 // // 304 // // 305 // अविराहियसामन्नस्स साहुणो सावगस्स य जहन्नो। सोहम्मे उववाओ भणिओ तेलुक्कदंसीहि उक्कोसेण अणुत्तरअच्चुयकप्पेसु तत्थ तेसिं ठिई / तित्तीससागराइं बावीसं चेव उक्कोसा पलिओवमप्पुहुत्तं तहेव पलिओवमं च इयरा उ। दुण्हं पि जहासंखं भणियं तेलुक्कदंसीहिं पंचसु ववहारेणं जइणो सड्ढस्स चउसु गमणं तु / गइसु चउपचमासु चउसु य अन्ने जहाकमसो चरमाण चउण्हं पि हु उदओऽणुदओ व हुज्ज साहुस्स। इयरस्स कसायाणं दुवालसट्ठाणमुदओ उ मूलपयडीसु जइणो सत्तविहट्ठविहछव्विहिक्कविहं / बंधति न बंधंति य इयरे उ सत्तविहबंधा सत्तविहबंधगा हुंति पाणिणो आउवज्जियाणं तु / तह सुहुमसंपराया छव्विहबंधा विणिहिट्ठा . मोहाऊवज्जाणं पयडीणं तेउ बंधगा भणिया। उवसंतखीणमोहा केवलिणो एगविहबंधा ते पुण दुसमयठिइस्स बंधगा न उण संपरायस्स / सेलेसीपडिवना अबंधगा हुंति नायव्वा. अट्ठण्हं सत्तण्हं चउण्ह वा वेयगो हवइ साहू / कम्मपयडीण इयरो नियमा अट्ठण्ह विनेओ * पंच महव्वय साहू इयरो इक्काइणुव्वए अहवा। सई सामाइयं साहू पडिवज्जइ इत्तरं इयरो इक्कस्सइक्कमे खलु वयस्स सव्वाणइक्कमो जइणो। इयरस्स उ तस्सेव य पाठंतरमो हवा किंच // 306 // // 307 // // 308 // // 309 // // 310 // // 311 // . 189