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________________ // 15 // // 16 // // 17 // // 18 // सईए सुद्धसीलाए भत्तारा पंच पंडवा / दोवईए कहं हुंता, न हुंतं जइ कम्मयं ? मियापुत्ताइजीवाणं कुलीणाण वि तारिसं / महादुक्खं कहं हुंतं, न हुतं जइ कम्मयं ? वसुदेवाईणं हिंडी रायवंसुब्भवाण वि / तारुण्णे वि कहं हुंता, न हुतं जइ कम्मयं ? वासुदेवस्स पुत्तो वि नेमिसीसो वि ढंढणो / अलाभिल्लो कहं हुतो, न हुतं जइ कम्मयं ? कण्हस्स वासुदेवस्स मच्चू एगागिणो वणे / भाउयाओ कहं हुतो, न हुंतं जइ कम्मयं ? नावारूढस्स उवसंग्गा वद्धमाणस्स दारुणा / . सुदाढाओ कहं हुंता, न हुंतं जइ कम्मयं ? पाससामिस्स उवसग्गो गाढो तित्थंकरस्स वि / कमठाओ कहं हुतो, न हुंतं जइ कम्मयं ? अणुत्तरा सुरा सारा सुक्खसोहग्गलालिया / कहं लहंति चवणं, न हुतं जइ कम्मयं ? तम्हा एयं विआणित्ता सहिअव्वं सुसाहुणा / जेण कम्मक्खयं किच्चा सिद्धि गच्छइ. सासयं // 19 // // 20 // // 21 // // 22 // // 23 // ॥क्षमाकुलकम् // नमिऊण पुव्वपुरिसाण, पसमरससुट्ठियाण पयकमलं / नियजीवस्सऽणुसट्टि, कसायवसगस्स वुच्छामि गयमेयज्जमहामुणि - खंदगसीसाण साहुचरियाई / सुमरंतो कह कुप्पसि, इत्तियमित्ते वि रे जीव ! // 2 //
SR No.004457
Book TitleShastra Sandesh Mala Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinayrakshitvijay
PublisherShastra Sandesh Mala
Publication Year2005
Total Pages238
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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