________________ // 30 // उप्पन्नं नाइहीलिज्जा अप्पं वा बहुफासुअं। . मुहालद्धं मुहाजीवी भुंजिज्जा दोस वज्जिअं .. दुल्लहाउ मुहादाई मुहाजीवी वि दुल्लहा। मुहादाई मुहाजीवी दो वि गच्छंति सुगई ति बेमि // 31 // पू.मु.श्रीविजयविमलविरचितम् // पडिलेहणाविचारकुलकम् // सुत्तत्थतत्तदिट्ठी 1 दंसणमोहत्तिगं च 4 रागतिमं 7 / देवाई तत्ततिगं 10 तह य अदेवाइऽतत्ततिगं 13 // 1 // नाणाइतिग 16 तह तव्विराहणा १९तिन्नि गुत्ती 22 दंडतिगं 25 / / इय मुहणंतयपडिलेहणाउ कमसो विचितेज्जा // 2 // हासो रई य अरई 3 भयसोगदुगुंछाओ 6 तह विवज्जिज्जा / भुयजुअलं पेहंतो सीसे अपसत्थलेसतिगं 9 // 3 // गारवतिगं च वयणे 12 उर सल्लतिगं 15 कसाय चउ पीठे 19 / पएसु छजीववहं 25 तणुपेहाए विजाणमिणं जइ वि पडिलेहणाए हेऊ जियरक्खणं जिणाणा य / / तह वि इमं मणमक्कडनिजंतणत्थं मुणी बिति पडिलेहणाविसेसं वुच्छामि विहायारजाणणट्ठाए / सामायारीजुग्गं मग्गं जाणन्ति मुणिनिवहा वत्थरयहरणपट्टयपत्ताईयाण हुंति पणवीसं / दस दंडगाण अक्खा जइणमवि पडिलेहणा तेर वत्थरयहरण ओण्णाइयाण मुहणंतयव्व पडिलेहा / दंडाइयाण दसगं तिगं तिगं मज्झि सिरमूले // 4 // - // 7 // // 8 //