________________ // 33 // // 34 // // 35 // // 36 // // 37 // // 38 // निजजणयदिन्नधणकणयरयणरासीए जो ण कन्नाए / तुच्छमवि मुच्छिओ जुव्वणे वि धणियं धणड्ढाए जलणगिहाओ माहेसरीए कुसुमाणि जेण समाणित्ता / तिवन्नियाणं माणो मलिओ संघुन्नई विहिया दूरोसारिय वइरो वयरसेणनामेण जस्स बहुसीसो / सो सो जाओ जाओ जयम्मि जायाणुसारिगुणो कुंकुणविसए सोपायम्मि सुगुरुवएसओ जेण / कहिय सुभिक्ख मविग्यो विहिओ संघो गुणमहग्यो तमहं दसपुव्वधरं धम्मधुराधरणसेससमविरियं / सिरिवइरसामिसूरिं वंदे थिरियाइ मेरुगिरि निअजणणिवयणकरणंम्मि उज्जओ दिट्ठिवायपढणत्थं / तोसलिपुत्तंतगओ ढड्डरसड्ढाणुमग्गेण . सड्डाणुसारओ विहिय सयलमुणिवंदणो य जो गुरुणा / अकयाणुवंदणो सावगस्स जो एवमिह भणिओ को धम्मगुरु तुम्हाणमित्थ य तेण वि विणयपणएणं / गुरुणो निदंसिओ स ढड्डरसड्ढो वियड्डेण अकयगुरुणिण्हवेणं सूरिसंयासम्मि जिणमयं सोउ / परिवज्जिय सावगज्जं पवज्जागिरि समारूढो सीहत्तानिक्खंतो सीहत्ताए य विहरिओ जो उ। साहियनवपुब्वसुओ संपत्तमहंतसूरिपओ सुरवरपहुपट्टेणं महाविदेहम्मि तित्थनाहेणं / कहिउ निगोयभूयाणं भासओ भारहे जो उ जस्स सयासे सक्को माहणरूवेण पुच्छए एवं / भयवं फुडमन्नेसि अ मह कित्तियमाउयं कहसु // 39 // // 40 // // 41 // // 42 // // 43 // // 44 // 280