________________ 15. श्रीशङ्केश्वरपार्श्वनाथस्तोत्रं-२ 33 184-186 16. श्रीशङ्क्तेश्वरपार्श्वनाथस्तोत्रं-३ 98 187-196 17. श्री अनेकान्तव्यवस्थाप्रकरणस्य मङ्गलप्रशस्ती 20 196-199 18. श्रीपुण्डरीकतिर्थपतिस्तोत्रम् 6 199 19. ऐन्द्रस्तुतयः / 99 199-215 20. सिद्धसहस्रनामकोशः 127 215-226 21. आर्षभीयचरित-महाकाव्यम् 459 227-266 22. विजयोल्लास-महाकाव्यम् 167 267-281 23. विजयप्रभसूरिस्वाध्यायः 7 281-282 24. विजयप्रभसूरिक्षामणकविज्ञप्ति 84 282-289 25. न्यायखण्डखाद्यऽपरनामामहावीरस्तवः 108 289-299 26. परमज्योतिःपञ्चविंशतिका 25 300-302 27. परमात्मपञ्चविंशतिका 25 302-304 28. परिशिष्ठ-१ संपूर्ण श्लोक संख्या - 3417 संपूर्ण पृष्ठ संख्या - 8 +304 + 8