________________ अपातोऽलम्बनो३५ऽक्रान्ति६ रराशि७ रनहर्गण:२८ / अनतोऽनुन्नातोऽलग्नोऽनुच्चो२ऽनीचो ३ऽदिगन्तर:४४ // 4 // अनर्को५ऽनाटको ६ऽनाट्योऽविभवो ८ऽतनुभावक:४९ / स्थायी रसों१ऽश्लथो२ऽनाथो३ऽकाव्यो५४ऽगीति परपिङ्गल:५६।। 5 / / अनिघण्टु-रनध्यायोऽसंहितोऽवैद्यकोऽव्यथ:६१ / अग्रामोऽमूर्छनो६३ऽवाद्यो६४ऽनेपथ्योऽनिङ्गितो६६ ऽलयः६७ // 6 // पश्यत्यात्माऽघनो ९ऽभाषो ह्यवैखरि रमध्यम:७२ // अश्वेतोऽपाटलोऽश्यामोऽनीलो ६ऽवभ्रुरपीतिमा८ // 7 // अतिक्तोऽमधुरोऽनम्लोऽकषायो २ऽलवणो३ऽकटुः८४ / असौगन्ध्योऽपदौर्गन्ध्योऽनुष्णोऽशीतोऽखरोऽमृदुः९० // 8 // अस्निग्धोऽगौरवो २ऽलूक्षोऽसंस्थानोऽलघुपरस्मय:९६ / अवेदो वेदसङ्गीत:९८ श्रीयुक्त:९९ श्रीपति:९०० श्रिये दशमशतकप्रकाशः / आदिदेवो' युगादीशो युगेशो युगपो युगः / उपज्ञा समयोपज्ञ मप्रत्यूहो महाबलः / // 1 // शिवताति महाशान्ति निर्वृतः१२ संवृतो१३ऽवृतः१४ / अरहा५ अरुहोऽरोह आद्यध्येय:१८ पदोत्तर:१९ // 2 // आत्मरक्षा२०ऽऽत्मकवच२१ मात्मत्राता२२ऽऽत्मपञ्जरम्२३ / अकुण्ठ स्त्र्यम्बक:२५ सार्व:२६ शर्व:२७ सर्वेश्वरो मृड:२९ // 3 // आयेड्य' आद्यचारित्र२१ माद्यमन्त्र३२ ऋगादिम:३३ / आद्यवा५ माद्यभू५ राधनेताऽऽद्यर्षिर्वृषादिम:३८ // 4 // आद्यमेघ:३९ प्रधानाद्य:५० क्ष्माद्यो:४१ नाद्यो 2 निराक्रिय:४३ / / नन्द्यो 4 नादीनवो५ नन्द्यावर्तो६ऽर्ह:४७ स्वस्तिकोऽस्तिक:४९।। 5 // ૨૨પ